बनाएं पृथ्वी को श्रेष्ठ ग्रह आज
करें जीवन में अमूल्य कार्य
रखें नीवं परोपकार की आज
मानव सभ्यता को सर्वश्रेष्ठ बनाना है
शांति दया प्रेम का प्रचार करवाना है
होती है शक्ति मानव बुद्धि में अपार
कैसे बनाएं पृथ्वी ग्रह को सर्वश्रेष्ठ आज
वंदना विनय विवेक विकास
जिससे होता है विकास का आरंभ आज
परिणाम को प्रतिबिंब बनाकर आज
कर्म को सार्थक बनाना है
प्रभु से करता है निवेदन यह दास
अनंत सृष्टि में मिटें प्राणी का कष्ट आज
रचनाकार :- विनय पटेल
Shashank मणि Yadava 'सनम'
24-Nov-2023 06:15 AM
खूबसूरत भाव
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Gunjan Kamal
23-Nov-2023 10:52 PM
👏🏻👌🏻
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